हे वास्तुविद, हे कलाश्रेष्ठ ! तुम नया शहर संवेदनशील बनाना। हे वास्तुविद, हे कलाश्रेष्ठ ! तुम नया शहर संवेदनशील बनाना।
मिलता है मौका दांत-नाखून तेज करने के लिए। मिलता है मौका दांत-नाखून तेज करने के लिए।
अद्वितीय प्रतिभा की धनी हैं, महीयसी महादेवी वर्मा। अद्वितीय प्रतिभा की धनी हैं, महीयसी महादेवी वर्मा।
इसे ज्यादा क्या कर सकता, एक रचनाकार। इसे ज्यादा क्या कर सकता, एक रचनाकार।
स्वछंद जीवन उसे है जीना ये है आज की अर्बन नारी। स्वछंद जीवन उसे है जीना ये है आज की अर्बन नारी।
समय अतीत प्रमाण है, सूर्य किरण से माप। अब तो साधन यन्त्र है, देखो सोचो आप।। समय अतीत प्रमाण है, सूर्य किरण से माप। अब तो साधन यन्त्र है, देखो सोचो आप।।